गुरुवां बिन भाई राहे बतावे न कोई
१ - रामचन्द्र अवतार हो लिए जाणे है सब कोई ,
गुरु वसिष्ठ से पुछन लागे जीवन मुक्त कैसे होई ,
२ - सुखदेव मुनि सा त्यागी वैरागी होवे न ऐसा होई ,
जनक बिदेही गुरु ठहराया दिल की दुरमत खोई ,
३ - नारद मुनी थे ज्ञानी ध्यानी जिनकी ना मुक्ति होई ,
कालू कराहे को गुरु ठहराया छण में चोरासी खोई ,
४ - भ्रमत फिरे है राह नही पावे भरमत अँधेरा ढोही ,
कहे कबीर सुनो भाई साधो गुरु बिन मुक्ति ना होई ,
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