सत्संग सभा में सदा गुरु सरदार है
आज भी है और सदा ही रहेगा
१ - अजब दिवस भई आज पुर्बली करनी जागी
मैंने सतगुरु मिले सुजान भ्रमणा झट पट भागी
मुक्त मणि के नीत गुप्त भंडार है
आज भी ........
२ - महादेव पति देव गुरु है सबके राजा
वो पल में त्यारे पार गुरु में गेबी बाजा
सर्व सुखो के सिन्धु आनंद अपार है
आज भी ........
३ - सात द्वीप नो खंड भवन चोदहा में छाया
ज्ञान ध्यान विज्ञान ओखो आर पार समाया
नीर गुण गुणों से न्यारा नित निराकार है
आज भी ........
४ - निरबन्द निरबाण अजर अमर है माया
सो गोविन्द भगवान सर्व में पूर्ण पाया
कहे जगन्नाथ तुही सर्व में ही सार है
आज भी ........
आज भी है और सदा ही रहेगा
१ - अजब दिवस भई आज पुर्बली करनी जागी
मैंने सतगुरु मिले सुजान भ्रमणा झट पट भागी
मुक्त मणि के नीत गुप्त भंडार है
आज भी ........
२ - महादेव पति देव गुरु है सबके राजा
वो पल में त्यारे पार गुरु में गेबी बाजा
सर्व सुखो के सिन्धु आनंद अपार है
आज भी ........
३ - सात द्वीप नो खंड भवन चोदहा में छाया
ज्ञान ध्यान विज्ञान ओखो आर पार समाया
नीर गुण गुणों से न्यारा नित निराकार है
आज भी ........
४ - निरबन्द निरबाण अजर अमर है माया
सो गोविन्द भगवान सर्व में पूर्ण पाया
कहे जगन्नाथ तुही सर्व में ही सार है
आज भी ........
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